सोने नदी (Son River) को ‘सोनभद्र नद’ के नाम से भी जानते हैं। गंगा नदी की सहायक नदियों में सोन नदी का प्रमुख्य स्थान हैं। इस नदी का रेत (बालू) पिला हैं, जो सोने की तरह चमकता हैं। तो आइये जानते हैं सोन नदी के बारें में रोचक जानकारी –
1. सोन नदी मध्यप्रदेश के अमरकंटक नामक पहाड़ से निकलती हैं।
2. सोन नदी गंगा नदी की प्रमुख सहायक नदी हैं।
3. सोन नदी मध्यप्रदेश से निकलकर उत्तरप्रदेश, झारखण्ड से गुजरते हुये बिहार में पटना के पास गंगा नदी में मिलती हैं।
4. इस नदी के रेत पीले रंग के हैं, जो सोने की तरह चमकते हैं, इस कारण इस नदी का नाम सोन नदी हैं।
5. यह नदी अमरकंटक से लेकर गंगा नदी तक 781 किलोमीलर लम्बी हैं।
6. सोन नदी से बहुत अधिक मात्रा में बालु निकाला जाता हैं, जो पूरे बिहार और उत्तरप्रदेश के शहरी इलाकों में भवन निर्माण में काम आता हैं।
7. सोन नदी बिहार की प्रमुख नदियों में से एक हैं।
8. सोन नदी का उल्लेख रामायण में भी हुआ हैं।
9. अनेकों कवियों ने सोन नदी और इसके जल का वर्णन अपनी कविताओं में किया हैं।
10. इस नदी पर सबसे प्रमुख बांध डेहरी बांध हैं। डेहरी बांध सन् 1874 ईस्वी में बनाया गया था।
11. सोन नदी और गंगा नदी के संगम स्थल पर सोनपुर में एशिया का सबसे बड़ा सोनपुर पशु मेला लगता हैं।
12. इस नदी पर तीन पुल हैं, पहला पुल लगभग 3 मील लंबा हैं, जो डेहरी-ऑन-सोन पर बना हुआ हैं।
13. दूसरा प्रमुख पुल आरा – पटना के बीच में कोइलवर नामक स्थान पर हैं।
14. इस नदी का तीसरा मुख्य पुल ग्रेड ट्रंक रोड पर बनाया गया हैं। यह पुल सन् 1961 ईस्वी में बनाया गया था।
15. सोन नदी को लोग सोनभद्र और हिरण्यवाह नाम से भी जानते हैं।